दिल्ली को मिली अपनी चौथी महिला मुख्यमंत्री—रेखा गुप्ता। उन्होंने 19 फरवरी को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। आइए, जानते हैं उनके जीवन और राजनीतिक सफर के बारे में। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हरियाणा में प्राप्त की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से स्नातक की उपाधि हासिल की। 2022 में, उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। वही राजनीतिक सफर के बारे में बात करे तो रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर दिल्ली विश्वविद्यालय से शुरू हुआ, जहां वे छात्र संघ की महासचिव और अध्यक्ष रहीं। इसके बाद, वे तीन बार दिल्ली नगर निगम में पार्षद चुनी गईं और दक्षिणी दिल्ली की मेयर के रूप में भी कार्य किया। 2007 से 2012 तक, उन्होंने उत्तरी पीतमपुरा वार्ड नंबर 45 से जीत हासिल की। 2022 में, भाजपा ने उन्हें सैल ओबेरॉय के खिलाफ मेयर पद का उम्मीदवार बनाया था। वही भाजपा में भूमिका की बात करे तो रेखा गुप्ता भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं और दिल्ली भाजपा इकाई की महासचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया। और आरएसएस से संबंध: की बात करे तो रेखा गुप्ता का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से गहरा नाता है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। रेखा गुप्ता से पहले, दिल्ली ने सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी जैसी महिला मुख्यमंत्रियों का नेतृत्व देखा है। शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली में उल्लेखनीय विकास कार्य हुए थे। अब, रेखा गुप्ता से भी राजधानी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।