संभल स्थित जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई की मांग को लेकर दाखिल अर्जी पर शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में कोर्ट के आदेश के अनुपालन में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल की। एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मस्जिद में रंगाई-पुताई की आवश्यकता नहीं है, हालांकि मस्जिद में गंदगी और कुछ जगहों पर उगी झाड़ियों को साफ करने की आवश्यकता है। एएसआई ने इन बिंदुओं पर साक्ष्य भी पेश किए हैं। कोर्ट ने एएसआई को निर्देश दिया कि मस्जिद की सफाई की जाए और उगी हुई झाड़ियों को हटाया जाए।
हिंदू समाज के कुछ लोग इस पर आरोप लगा रहे हैं कि जामा मस्जिद कमेटी ने जानबूझकर मस्जिद के कुछ हिस्सों को क्षतिग्रस्त किया है और उसका स्वरूप बदलने का प्रयास किया है। यह आरोप खासतौर पर मस्जिद के मुख्य गेट के बारे में उठाया गया, जहां कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट का कहना है कि यह हिस्सा खुद ही गिर गया था और इसकी मरम्मत की जाएगी।
इस मामले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने 27 फरवरी को मस्जिद का सर्वे किया था। इस दौरान जामा मस्जिद कमेटी के प्रमुख जफर अली और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। सर्वे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। एएसआई की टीम ने मस्जिद की संरचना का बारीकी से आकलन किया और मुख्य गेट पर स्थित कुएं का निरीक्षण भी किया। इस कुएं को लेकर राज्य सरकार और जामा मस्जिद कमेटी के बीच विवाद चल रहा है, जो सुप्रीम कोर्ट में है।
उच्च न्यायालय ने एएसआई को मस्जिद की संरचना का आकलन करने और रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था, जिस पर एएसआई ने रिपोर्ट दाखिल की है। सुरक्षा के लिहाज से, एएसआई की टीम के मस्जिद पहुंचने के दौरान, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मस्जिद के आसपास के रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी थी और आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी।
यह मामला 4 मार्च को फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जब इस पर और विस्तार से विचार किया जाएगा।
एएसआई ने रिपोर्ट में कहा कि जामा मस्जिद में रंगाई-पुताई की आवश्यकता नहीं।मस्जिद में गंदगी और झाड़ियों को साफ करने का निर्देश दिया गया।हिंदू समाज के आरोप, जामा मस्जिद कमेटी पर हिस्से को जानबूझकर क्षतिग्रस्त करने का आरोप।सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच एएसआई की टीम ने मस्जिद का निरीक्षण किया।मस्जिद के कुएं को लेकर राज्य सरकार और जामा मस्जिद कमेटी के बीच विवाद।अगली सुनवाई 4 मार्च को होगी।