साल के आखिरी दिन दिल्ली-एनसीआर कड़ाके की ठंड और शीतलहर की चपेट में आ गया है। क्षेत्र में ठंड का ऐसा असर है कि दिनभर लोग घरों में दुबके रहे। सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई और यातायात पर असर पड़ा। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे दर्ज किया गया। रविवार रात का न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन का सबसे ठंडा दिन साबित हुआ। आने वाले दिनों में भी ठंड के तेज रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए शीतलहर की चेतावनी जारी की है। आपको बता दें कि सुबह के समय घने कोहरे के कारण सड़क, रेल और हवाई यातायात पर बड़ा असर पड़ा। कई ट्रेनों और फ्लाइट्स में देरी हुई। नोएडा और गुड़गांव के प्रमुख इलाकों में गाड़ियों की रफ्तार धीमी रही। लोगों को सड़कों पर गाड़ी चलाते वक्त काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कड़ाके की ठंड को देखते हुए कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है, जबकि कुछ जगहों पर स्कूलों का समय बदल दिया गया है। दफ्तरों में भी उपस्थिति कम देखी गई क्योंकि कई लोग वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुन रहे हैं।अब इन सब के बिच ठंड का सबसे बुरा असर बेघरों और कमजोर वर्ग के लोगों पर पड़ा है। गौरतलब है की दिल्ली सरकार और नगर निगम की ओर से रैन बसेरों में ठहरने की व्यवस्था की गई है। कई एनजीओ भी सड़कों पर जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े वितरित कर रहे हैं।मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। दिन के समय धूप निकलेगी लेकिन ठंडी हवाओं के कारण राहत मिलने की उम्मीद कम है। न्यूनतम तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। ठंड से बचाव के लिए डॉक्टरों और प्रशासन ने लोगों को खासतौर पर सुबह और रात के समय घरों से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। गर्म कपड़े पहनने और खुद को हाइड्रेट रखने की भी अपील की गई है। इस साल की आखिरी रात कड़ाके की ठंड के साथ मनाई जाएगी, ऐसे में लोग नए साल का स्वागत घर के अंदर ही करना पसंद कर सकते हैं।