बच्चे हमेशा एक्टिव रहते हैं और अपनी भूख को सबसे पहले किचन में जाकर शांत करते हैं। ऐसे में, किचन का वातावरण उनकी सेहत और सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चों की पहुंच में सेहतमंद खाद्य पदार्थ रखें और ध्यान रखें कि जो भी किचन में रखा जाए, वह उनकी सेहत के लिए फायदेमंद हो।
फलों की टोकरी रखें
बच्चों के लिए हमेशा ताजे फल, जैसे केले, अंगूर, सेब, संतरे और खीरे रखें। इन्हें अच्छी तरह से धोकर नेट कवर से ढककर रखें, ताकि बच्चे सीधे खा सकें।
नट्स और बीजों का रखें ध्यान
बच्चों को सही पोषण देने के लिए किचन स्लैब पर नट्स और बीज रखें, जैसे बादाम, अखरोट, पिस्ता, काजू। इन्हें मुर्मूरे या साबूदाना के साथ रोस्ट कर स्वादिष्ट स्नैक के रूप में भी पेश कर सकते हैं।
बासी खाने से बचें
किचन में बासी खाने को बच्चों की पहुंच से दूर रखें। बासी खाना बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए उसे तुरंत हटा दें।
हेल्दी ड्रिंक्स तैयार रखें
बच्चों को पोषक तत्वों की कमी न हो, इसके लिए किचन में मीठी लस्सी, सत्तू ड्रिंक, फ्रूट स्मूदी, नींबू-पानी, नारियल पानी और दूध के ड्रिंक्स रखें। ये ड्रिंक्स बच्चों को ऊर्जा देंगे और डिटॉक्स भी करेंगे।
सुरक्षा का ध्यान रखें
बच्चों की सुरक्षा के लिए किचन स्लैब पर तेज धारदार चाकू, कांटे वाले चम्मच और कैंची जैसी वस्तुओं को न रखें। इसके अलावा, गरम बर्तन और कांच की चीजें भी किचन स्लैब पर न छोड़ें।
रसायनों से दूरी बनाएं
खतरनाक रसायन जैसे क्लीनिंग एजेंट, कीटनाशक आदि को ऊपरी शेल्फ में रखें, ताकि बच्चों की पहुंच से बाहर रहें।
घर के बने ताजे स्नैक्स को बढ़ावा दें
बच्चों को घर के बने ताजे और रंग-बिरंगे खाने की आदत डालें। प्राकृतिक रंगों से आलू, चावल, बाजरा, रागी जैसे तत्वों से स्नैक्स बनाएं, जो बच्चों को आकर्षित करेंगे।
प्रोसेस्ड फूड से बचें
बच्चों के आहार में प्रोसेस्ड फूड का कम से कम इस्तेमाल करें और बच्चों के पानी स्टोरेज के लिए प्लास्टिक मटेरियल से बचें।
डॉ. कनिष्का सिंह का मानना है कि बच्चों में घर का बना ताजे खाने की आदत डालना जरूरी है। पौष्टिक आहार ही बच्चों के स्वस्थ जीवन की नींव है, इसलिए किचन स्लैब को सेहतमंद और सुरक्षित बनाना न भूलें।