एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता परेश रावल अपनी दमदार एक्टिंग के लिए तो जाने ही जाते हैं, लेकिन उनकी निजी जिंदगी भी कम दिलचस्प नहीं है। इन दिनों वे फिल्म हेरा फेरी 3 से बाहर निकलने को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं, लेकिन इसी बीच वो अपने 70वें जन्मदिन का जश्न भी मना रहे हैं। इस मौके पर उनकी प्रेम कहानी और जिंदगी के कुछ मजेदार किस्से एक बार फिर चर्चा में हैं। परेश रावल जब थिएटर में एक्टिव थे, तभी उन्हें पहली बार प्यार हुआ और वो भी अपने बॉस की बेटी से। स्वरूप संपत, जो उस दौर में मिस इंडिया रह चुकी थीं, उन्हें देखते ही परेश ने तय कर लिया था कि शादी तो बस इसी लड़की से करनी है। लेकिन ये फैसला जितना सीधा था, उसे निभाना उतना ही चुनौतीपूर्ण। एक बार जब परेश ने स्वरूप को अपने दिल की बात बताई, तो उन्होंने साफ कह दिया कि वो ‘जानने-पहचानने’ वाली डेटिंग में विश्वास नहीं करते। उनका कहना था कि इंसान पूरी जिंदगी में भी एक-दूसरे को नहीं समझ पाते, इसलिए अगर प्यार है, तो सीधे शादी की बात होनी चाहिए। हालांकि, इस रिश्ते को मुकाम तक पहुंचने में पूरा एक दशक और दो साल और लगे। आखिरकार, 1987 में दोनों ने सात फेरे लिए। 80 के दशक में उन्होंने फिल्मी करियर की शुरुआत कर ली थी। परेश रावल बॉलीवुड के उन गिने-चुने कलाकारों में से हैं, जो किसी भी किरदार को अपनी एक्टिंग से जीवंत बना देते हैं। चाहे वो गंभीर विलेन हों या हंसी से लोटपोट कर देने वाले कॉमिक किरदार।
उनकी बेहतरीन फिल्मों में हेरा फेरी, फिर हेरा फेरी, ओह माय गॉड (OMG), अंदाज अपना अपना, वेलकम, भूल भुलैया, गरम मसाला, चुप चुप के, हंगामा, गोलमाल फन अनलिमिटेड, तमन्ना, सर, सन ऑफ सरदार, राजा, आतंक ही आतंक, संजू, सिंघम, बागबान, मोहरे, लव के लिए कुछ भी करेगा जैसी फिल्में शामिल हैं। परेश रावल की ज़िंदगी में कई ऐसे किस्से हैं जो उनके फैंस को खूब हंसाते हैं। एक बार एक थिएटर प्ले के दौरान वो अपना डायलॉग भूल गए थे। लेकिन बजाय रुकने के, उन्होंने पूरी कहानी को घुमा कर ऐसा मजेदार ट्विस्ट दिया कि दर्शकों को लगा कि ये स्क्रिप्ट का ही हिस्सा है। शो खत्म होने के बाद उनके को-एक्टर्स तक हैरान रह गए कि ये कैसे संभाल लिया। साल 2000 में आई फिल्म हेरा फेरी में परेश रावल ने जो ‘बाबू भैया’ का किरदार निभाया, वो आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। ‘उठा ले रे देवा…’ जैसे डायलॉग्स आज भी सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस रोल को पहले किसी और के लिए सोचा गया था, लेकिन जब परेश को कास्ट किया गया, तो उन्होंने किरदार को ही अमर बना दिया। परेश और स्वरूप के दो बेटे हैं- आदित्य और अनिरुद्ध। दोनों ही थिएटर और फिल्म निर्माण में कदम रख चुके हैं। आदित्य रावल ने हाल ही में एक स्क्रिप्ट राइटर और एक्टर के रूप में अपनी पहचान बनाई है।