एंटरटेनमेंट : दीपिका पादुकोण के संदीप रेड्डी वांगा की ‘स्पिरिट’ से बाहर होने के बाद इंडस्ट्री में काम के घंटों को लेकर बहस छिड़ गई है। दीपिका पादुकोण के फिल्म छोड़ने के पीछे की एक वजह एक्ट्रेस के 8 घंटे की शिफ्ट की मांग करना भी माना जा रहा है। इसके बाद अब कई और कलाकार भी इस पर अपनी राय रख रहे हैं। अब दिग्गज अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने इस मामले पर अपनी राय दी है और आठ घंटे की शिफ्ट का समर्थन किया है।
8 घंटे शिफ्ट के मुद्दे पर अजय देवगन और मणिरत्नम जैसे सितारों के इस मामले में समर्थन के बाद अब पंकज त्रिपाठी ने भी 8 घंटे शिफ्ट का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने अनजाने में ही दीपिका का समर्थन करते हुए सेट पर नहीं कहने की कला का रिर्सल करने के बारे में बात की है। द हॉलीवुड रिपोर्टर से बातचीत में पंकज त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें हमेशा नहीं कहने में कठिनाई होती है। लेकिन अब वह इस कला का अभ्यास कर रहे हैं। सेट पर लंबे समय तक काम करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी सीमा पता होनी चाहिए जिसके बाद उन्हें शांतिपूर्वक नहीं कहना चाहिए। इस दौरान पंकज त्रिपाठी ने उन दिनों को याद किया जब उनके काम के घंटे लगातार बढ़ते रहे। सेट पर अपने काम के घंटों को 16 से 18 घंटे तक बढ़ाए जाने पर अपनी नाराजगी जताते हुए अभिनेता ने कहा कि मैं बोल भी रहा हूं कि एक्टर जा चुका है, लेबर रुका हुआ है। लेकिन अब बहुत हुआ 16-18 घंटे काम। अब मैंने बहुत ही प्यार से अपने काम के घंटे बढ़ाने से मना करना शुरू कर दिया है।
मैं अब अपनी सीमा नहीं लांघता। मैं अब निर्देशकों से भी कहूंगा कि जो कुछ भी बचा है, वह अगले दिन किया जाएगा। हाल ही में दीपिका पादुकोण ने संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘स्पिरिट’ से काम के घंटों के मुद्दे पर फिल्म से किनारा कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपिका ने 8 घंटे की शिफ्ट और 40 करोड़ रुपये फीस की मांग की थी, जिसे मेकर्स ने खारिज कर दिया। इसके कारण उनका झगड़ा हुआ और दीपिका ने फिल्म छोड़ दी। अब स्पिरिट में दीपिका की जगह तृप्ति डिमरी को लिया गया है।