टीवी की मशहूर अदाकारा हिना खान, जिन्होंने ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में अक्षरा का किरदार निभाकर बड़ी पहचान बनाई, पिछले कुछ समय से ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ाई लड़ रही हैं. हिना ने पिछले साल अपने कैंसर के बारे में खुलासा किया था, जिससे उनके फैंस और करीबी काफी हैरान रह गए. हालांकि, उन्होंने अपनी हिम्मत और जज्बे से इस मुश्किल घड़ी को पार किया है.
हाल ही में, एक इंटरव्यू में हिना ने बताया कि कैंसर के इलाज के दौरान उन्हें अपने करियर में कई अहम प्रोजेक्ट्स को छोड़ना पड़ा. उन्होंने कहा, “कुछ प्रोजेक्ट्स शुरू होने वाले थे, लेकिन मेरे इलाज के चलते मैं उन्हें नहीं कर सकी. कैंसर का इलाज कुछ महीनों का नहीं होता, इसमें लंबा समय लगता है. प्रोड्यूसर्स को अपनी डेडलाइंस पूरी करनी होती हैं, इसलिए उन्हें मुझे रिप्लेस करना पड़ा. यह उनके लिए भी कठिन था, लेकिन मेरे लिए उस समय मेरी सेहत सबसे जरूरी थी.”
हिना ने आगे कहा, “शुरुआत में यह सब मेरे लिए चुनौतीपूर्ण था, लेकिन अब मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैंने खुद को इस सोच से आजाद कर लिया है. मैं अब फिर से काम पर लौट आई हूं और इस नई शुरुआत को लेकर खुश हूं.”
हिना खान ने हाल ही में अपनी वेब सीरीज ‘गृह लक्ष्मी’ में चंकी पांडे के साथ काम किया, जो दर्शकों के बीच काफी सराही जा रही है. इसके अलावा, उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘कंट्री ऑफ ब्लाइंड’ जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बना चुकी है, अब भारत में रिलीज होने के लिए तैयार है. हालांकि, इसकी रिलीज डेट की घोषणा अभी बाकी है.
हिना ने सोशल मीडिया और इंटरव्यूज के जरिए अपने फैंस को हमेशा सकारात्मकता का संदेश दिया है. उन्होंने इस दौरान अपने मजबूत पक्ष को दुनिया के सामने रखा और अपनी हेल्थ पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया.
उनकी इस कहानी ने यह साबित कर दिया है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, अपने स्वास्थ्य और मानसिक शांति को प्राथमिकता देना सबसे जरूरी है. हिना का यह जज्बा उनके फैंस और इंडस्ट्री के लिए प्रेरणा बन गया है.
हिना ने कहा कि उनकी इस लड़ाई में उनके फैंस ने उन्हें कभी अकेला महसूस नहीं होने दिया। “लोगों ने मुझे जो प्यार और समर्थन दिया है, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी. इसने मुझे मजबूत बने रहने में मदद की,” उन्होंने कहा.
हिना खान अब अपने करियर और हेल्थ को संतुलित करते हुए आगे बढ़ रही हैं। उनके इस जज्बे ने यह संदेश दिया है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी बड़ी क्यों न हों, उन्हें हराया जा सकता है.