मेडिकल की प्रवेश परीक्षा, यानी नीट पीजी 2025 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। उम्मीदवारों को 7 मार्च 2025 तक आवेदन करना होगा, और इस दौरान उन्हें आवेदन फॉर्म भरते वक्त पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। किसी भी तरह की गलती से आवेदन निरस्त हो सकता है, इसलिए उम्मीदवारों को सभी दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़कर आवेदन भरना चाहिए।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी 2025 के सूचना पत्र में यह स्पष्ट किया है कि उम्मीदवारों को आवेदन के दौरान जो मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दी जाती है, वह उनका अपना होना चाहिए। इन संपर्क विवरणों के माध्यम से ही उम्मीदवारों को सभी महत्वपूर्ण सूचनाएं और अपडेट भेजी जाएंगी। इसलिए, उम्मीदवारों को इस बात का ख्याल रखना होगा कि इन विवरणों को सही और वर्तमान जानकारी के आधार पर ही भरें।
नीट पीजी 2025 के लिए पंजीकरण के बाद किसी भी चरण में आवेदन में करेक्शन की सुविधा नहीं दी जाएगी। इस कारण, उम्मीदवारों को आवेदन पत्र भरते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी। आवेदन फॉर्म में प्रत्येक सेक्शन को सबमिट करने से पहले एडिट और करेक्ट करने का विकल्प मिलेगा, लेकिन एक बार “सबमिट” बटन दबाने के बाद कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा। इसलिए, उम्मीदवारों को पहले से सभी जानकारी सही से भरने और फिर अंतिम रूप से सबमिट करने से पहले दोबारा जांचने की आवश्यकता होगी।
इसके अलावा, आवेदन प्रक्रिया में उम्मीदवारों को अपनी फोटो, सिग्नेचर, दाएं और बाएं हाथ के अंगुलियों के निशान और सभी आवश्यक सर्टिफिकेट्स को सही दिशा-निर्देशों के अनुसार अपलोड करना होगा। इन दस्तावेजों को अपलोड करते समय उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सभी मानक के अनुरूप हों, ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो।
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का ओटीपी के माध्यम से सत्यापन भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे सभी उम्मीदवारों को सही तरीके से पूरा करना होगा। इसके बिना आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं मानी जाएगी। इसके साथ ही, उम्मीदवारों को परीक्षा के माध्यम (भाषा) के चयन में भी सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि एक बार इसे चुनने के बाद, इसे बदलने का कोई विकल्प नहीं होगा।
नीट यूजी 2025 की आवेदन प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवार डिजीलॉकर और उमंग एप के माध्यम से कन्फर्मेशन पेज, एडमिट कार्ड, स्कोर कार्ड आदि डाउनलोड कर सकते हैं। ये डिजिटल प्लेटफॉर्म छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सरल तरीका प्रदान करेंगे, जिससे उन्हें इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों तक तुरंत और आसानी से पहुंच प्राप्त होगी। डिजीलॉकर और उमंग एप के माध्यम से उम्मीदवार अपने सभी दस्तावेज़ सुरक्षित तरीके से रख सकते हैं और किसी भी समय इनका उपयोग कर सकते हैं।
इसलिए, नीट पीजी 2025 के उम्मीदवारों को पंजीकरण प्रक्रिया में सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में किसी भी समस्या से बचा जा सके और सही तरीके से परीक्षा की तैयारी की जा सके।