आधुनिकता एवं आध्यात्म – पारिस्थितिकी प्रयोग से परस्पर आत्मोन्नति
आज नारायण वर्ल्ड स्कूल के प्रांगण में आयोजित ‘वैदिक हवन’ अनुष्ठान की स्मृति द्विव्य से दिगंत की आत्मानुभूति का विशेष अवसर था। विद्यालय के शिक्षकों और बच्चों द्वारा आयोजित इस आध्यात्मिक अनुष्ठान में 200 से भी अधिक सांस्कृतिक एवं वैदिक अनुयायियों ने अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर आयोजन की दिव्यता को संयोजित करने में अपनी सेवा निवेदित की। आधुनिकता एवं आध्यात्म की पारिस्थितिकी प्रयोग से परस्पर आत्मोन्नति के संदर्भ को रेखांकित करते इस अनुष्ठान ने नए भारत के सांस्कृतिक एवं सभ्ययी पुनर्जागरण वाले अमृत काल की परिकल्पना को भावी कर्णधारों के आहूति से पल्लवित करने की अखंड ज्योति का संयोजन किया है।
अनुष्ठान के सफल आयोजन पर विद्यालय की निदेशक मैडम मौनीका सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों के संतुलित विकास शैली की सराहना की। उन्होंने कहा कि वे हमेशा इस प्रयास में रहती हैं कि उनका विद्यालय बच्चों को न केवल आधुनिक शिक्षा तथा वैश्विक कौशल प्रशिक्षण से दीक्षित करें बल्कि उनके अंतःकरण में सांस्कृतिक एवं वैदिक ज्ञान शैली का भी संचार हो।