
बिहार : मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर (JNKT) मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। 800 करोड़ रुपये की लागत से बना यह मेडिकल कॉलेज शुरुआत से ही विवादों में रहा है। अब एक वायरल वीडियो ने इसकी लचर व्यवस्था को फिर से उजागर कर दिया है। इस बार मामला सर्जरी वार्ड का है, जहां मरीजों का इलाज प्रशिक्षित नर्सों के बजाय सुरक्षा गार्ड कर रहे हैं। घटना चौथी बिल्डिंग के मेडिसीन वार्ड की है।
जहां दो महिलाएं एक वृद्ध मरीज का इलाज कराने पहुंची थीं। मरीज की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात नर्स से संपर्क किया, लेकिन नर्स ने मरीज को देखने के बजाय एक सुरक्षा गार्ड को स्लाइन लगाने की जिम्मेदारी सौंप दी। गार्ड ने अनुभवहीनता के साथ स्लाइन लगाने की कोशिश की, लेकिन स्लाइन खुल गया और दवा बहने लगी। परिजनों की शिकायत पर गार्ड ने दोबारा स्लाइन लगाया, जो कई असफल प्रयासों के बाद सफल हुआ। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया। मरीजों और परिजनों ने बताया कि वार्ड में नर्सें बार-बार बुलाने पर भी नहीं आतीं और आने पर दुर्व्यवहार करती हैं। एक अन्य मामले में जब परिजनों ने नर्स का वीडियो बनाया, तो नर्स ने मरीज को धमकी दी कि वीडियो बनाने से कुछ नहीं होगा।
इसके बाद मरीज को इधर-उधर भटकाया गया और डिस्चार्ज के समय भी फाइल न मिलने की शिकायत सामने आई। परिजनों का कहना है कि उन्हें एक घंटे बाद आने को कहा गया, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई। मेडिकल कॉलेज के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अंजनी कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो की जानकारी मिलने के बाद तत्काल कार्रवाई की गई है। सुरक्षा गार्ड को वार्ड से हटा दिया गया है और संबंधित स्टाफ नर्स से स्पष्टीकरण मांगकर विभाग को सूचित किया गया है।