बिहार: गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर बक्सर के पावन रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बिहार के अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए बक्सर पहुंचे। सुबह से ही गंगा में डुबकी लगाकर श्रद्धालुओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया और मां गंगा की पूजा की। घाट पर सुबह 10 बजे तक करीब 60 हजार लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने पुष्प, दीप और धूप से मां गंगा की आराधना करते हुए परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की।
रामेश्वरनाथ मंदिर में भी भक्तों ने विशेष पूजा-अर्चना की। गंगा दशहरा के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में लोग अपने बच्चों का चोल मुंडन संस्कार कराने घाट पर पहुंचे। बच्चों को पारंपरिक पोशाकों में सजाया गया। स्नान के बाद विधिपूर्वक मुंडन और पूजा संपन्न हुई। हालांकि भीड़ के कारण कई बच्चे और महिलाएं अपनों से बिछड़ गए, जिन्हें फिर से मिलाने के लिए घाट पर खोया-पाया केंद्र की व्यवस्था की गई है। घाट पर गंगा आरती के पूजारी लाला बाबा ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। उन्होंने कहा कि गंगा स्नान से मन, वचन और कर्म की शुद्धि होती है और समस्त पापों से मुक्ति मिलती है।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। घाटों पर मजिस्ट्रेट, नगर परिषद कर्मी, महिला पुलिस बल और स्थानीय पुलिस की तैनाती की गई है। ट्रैफिक कंट्रोल, सफाई व्यवस्था, और सुरक्षा प्रबंधन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। खोए हुए लोगों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए माइक से अनाउंसमेंट भी लगातार किया जा रहा है। रामरेखा घाट सहित नाथ बाबा घाट और अन्य गंगा घाटों पर भी दिनभर भक्तों की भारी भीड़ बनी रहने की संभावना है। प्रशासन का अनुमान है कि शाम तक 1 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।