झारखंड विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले झारखंड कांग्रेस विधायक दल को नया नेता मिलने की पूरी संभावना है। कांग्रेस विधायकों की बैठक पहले ही हो चुकी है, जिसमें केंद्रीय नेतृत्व को विधायक दल के नेता का चयन करने के लिए अधिकृत किया गया है। यह निर्णय रविवार रात या सोमवार सुबह तक हो सकता है।कांग्रेस विधायक दल के नेता पद के लिए तीन नाम प्रमुखता से चर्चा में हैं। इनके लंबे राजनीतिक अनुभव को देखते हुए, उन्हें विधायक दल का नेता बनाए जाने की संभावना सबसे अधिक है। पूर्व वित्त मंत्री उरांव इस पद के लिए एक मजबूत दावेदार हैं। उन्हें कैबिनेट से बाहर किए जाने के बाद, इस पद पर उनकी नियुक्ति से संतुलन बनाए रखने का प्रयास किया जा सकता है। युवा नेता कोंगाड़ी को उपनेता के तौर पर चुने जाने की भी संभावना है। सत्र की शुरुआत से पहले रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा झामुमो और कांग्रेस समेत सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई है। यह बैठक रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर दोपहर 3 बजे आयोजित होगी। झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने विधायकों को बैठक में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने भी रविवार शाम को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है। हालांकि, भाजपा इस सत्र में बिना विधायक दल के नेता के ही जाएगी, क्योंकि अभी तक केंद्रीय नेतृत्व ने इस संबंध में निर्णय नहीं लिया है। झारखंड विधानसभा सत्र 9 से 12 दिसंबर तक आयोजित होगा। इसमें नए सदस्यों का शपथ ग्रहण, विधायी प्रक्रिया और विभिन्न वैधानिक कार्यों का निपटारा किया जाएगा। यह सत्र कई महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए अहम साबित हो सकता है। जहां कांग्रेस अपने विधायक दल के नेता के चयन में व्यस्त है, वहीं भाजपा बिना नेतृत्व के भी सत्र में प्रभावी भूमिका निभाने की तैयारी कर रही है। यह सत्र सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष के बीच तीखी बहस का गवाह बन सकता है।