शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अपनी मराठी किताब ”नरकतला स्वर्ग” में बताया है कि कैसे बालासाहेब ठाकरे ने एक फोन कॉल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमित शाह को संकट से बचाया था। जेल में रहते हुए किताब लिखने वाले श्री राउत ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। किताब के मुताबिक केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) गुजरात दंगों के कुछ मामलों की जांच कर रही थी जिसमें श्री शाह का नाम भी शामिल था। श्री शाह युवा थे और किसी ने उनको सुझाव दिया कि केवल बालासाहेब ठाकरे ही उनकी मदद कर सकते हैं। श्री अमित शाह उस समय छोटे जय शाह के साथ मुंबई आए थे।
उन्होंने बताया कि श्री ठाकरे ने श्री शाह को शाम का समय दिया। श्री शाह ने श्री बालासाहेब से कहा कि उन्हें हिंदुत्व के लिए काम करने की सजा दी जा रही है। उन्होंने बालासाहेब से यह भी कहा कि कुछ जजों के सामने एक केस चल रहा है। बालासाहेब ने पूछा कि वह क्या कर सकते हैं। श्री शाह ने कहा ”अगर आप उनसे बात करेंगे, तो वे आपकी हर बात मान लेंगे।” श्री बालासाहेब ने मनोहर जोशी के फोन के ज़रिए सीधे उन लोगों से बात की जो अमित शाह के मामले को देख रहे थे। श्री बालासाहेब ने फोन पर उस व्यक्ति से कहा, ”चाहे आप किसी भी पद पर हों, यह मत भूलिए कि आप भी हिंदू हैं।” श्री राउत ने कहा कि एक फोन कॉल ने अमित शाह की सारी समस्याओं को दूर कर दिया।