प्रशांत किशोर ने बिहार में लगातार हो रहे पेपर लीक मामलों पर सरकार को घेरते हुए शिक्षा व्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि जब आप अनपढ़ और माफिया से जुड़े नेताओं को सत्ता में लाएंगे, जो खुद अपने कोचिंग सेंटर चला रहे हैं, तो वही लोग शिक्षा व्यवस्था को नियंत्रित करेंगे, जो पेपर लीक जैसी घटनाओं के पीछे होते हैं। ऐसे में आप उस व्यवस्था से यह कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि पेपर लीक नहीं होगा। उनका यह भी कहना था कि बिहार में पेपर लीक अब एक सामान्य बात बन गई है। पिछले दस वर्षों में जितनी भी परीक्षाएं आयोजित की गईं, उनमें से अधिकांश में पेपर लीक हुआ है। अब यह खबर नहीं रहती, बल्कि यह खबर बन जाती है जब कोई परीक्षा बिना पेपर लीक के होती है। प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे पर और भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर पेपर लीक मामलों में दोषी होने का आरोप है, वे सभी सत्ता में बैठे हुए लोग होते हैं। यहां तक कि कई बार शिक्षा मंत्रियों के साथ भी इन दोषियों की तस्वीरें सामने आई हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब सत्ता में बैठे लोग ही इस तरह के अपराधों में शामिल हैं, तो इसके खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है। प्रशांत किशोर ने इसे बिहार के शिक्षा और प्रशासनिक ढांचे की बड़ी विफलता बताया और इस स्थिति को सुधारने के लिए मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।