Home बिहार मलेरिया मच्छरों को रोकना यानी बीमारी को रोकना: सिविल सर्जन

मलेरिया मच्छरों को रोकना यानी बीमारी को रोकना: सिविल सर्जन

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Preventing malaria mosquitoes means preventing the disease: Civil Surgeon

विश्व मलेरिया दिवस पर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया शपथ

सासाराम। मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो पनपने वाली है और फैलने वाली है। मलेरिया के मच्छरों को रोकना यानि मलेरिया बीमारी को रोकना है। यह उक्त बातें शुक्रवार को विश्व मलेरिया दिवस का अवसर पर सासाराम सदर अस्पताल स्थित जिला मलेरिया उन्मूलन इकाई में आयोजित शपथ कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर मणिराज रंजन ने कहा। विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल के साथ-साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य लोगों ने मलेरिया से बचाव में सहयोग का शपथ लिया। इस अवसर पर सभी ने अपने जिलों से मलेरिया रोग को समाप्त करने में अपना सहयोग देने की बात कही। साथ ही अपने घर के आसपास पानी जमा नहीं होने देने तथा मच्छरों को पनपने से रोकने एवं खुद भी मच्छरदानी के अंदर सोएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे जैसे शपथ लिया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि मलेरिया बीमारी मच्छरों को काटने से फैलता है और यह संक्रामक बीमारी है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए एकमात्र उपाय है कि अपने घरों के साथ-साथ आसपास के स्थानो को स्वच्छ एवं साफ सुथरा रखें। साथ ही सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मलेरिया से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति के साथ-साथ नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत, एवं पंचायत के मुखिया के भी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम, नगर पंचायत के साथ-साथ जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्राधिकार में साफ सफाई सुनिश्चित करायें और समय-समय पर दवाओं का छिड़काव भी कराते रहे। बाकी अन्य सहयोगों के लिए जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से तैयार है।

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मलेरिया से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति तैयार

शपथ समारोह में मौजूद अपर मुख्य चिकित्सा प्राधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि मलेरिया एक गंभीर बीमारी है। इससे निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल के साथ साथ सभी सरकारी अस्पतालों में मलेरिया जांच की सुविधा है। इसके अलावा मलेरिया बीमारी संबंधित दवाओं की भी पूर्ण व्यवस्था है। घर के आसपास बने गड्ढों, नालियों, बेकार पड़े खाली पानी की टंकियों, गमलों, टायर ट्यूब में पानी एकत्रित नहीं होने दे। यदि पानी जमा हुआ हो तो उसमें मिट्टी तेल की कुछ बूंदे डाल दे। साथ ही सोते समय मच्छरदानी अथवा मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।

मलेरिया के लक्षण दिखने पर कराएं जांच

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आसित रंजन ने कहा कि यदि सही समय पर मलेरिया बीमारी के लक्षण मालूम चल जाए तो इलाज में आसानी होती है। उन्होंने बताया कि ठंड लगना, कंपकपी, सिर दर्द, उल्टी चक्कर आना, तेज बुखार एवं अत्यधिक पसीने के साथ-साथ बुखार कम होना ऐसा प्रतिदिन, एक दिन बीच करके या निश्चित अंतराल के बाद इस तरह का लक्षण दिखाई दे तो अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मलेरिया की जांच करवा ले। मौके पर डीपीएम अजय कुमार सिंह, वीडीसीओ रौशन कुमार सिंह, गौरव कुमार, सी प्रतिनिधि विशाल चौहान, फाइलेरिया इंस्पेक्टर सुदामा भारती के अलावा मलेरिया विभाग, फाइलेरिया विभाग, कुष्ठ विभाग के कर्मी मौजूद रहें।

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