मधेपुरा सदर अस्पताल में शुक्रवार रात सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है और दो नवजात बच्चियों के सिर से मां का साया उठ गया। मृत महिला की पहचान मुरलीगंज थाना क्षेत्र के जीतापुर राम सिंह टोला निवासी नीरज कुमार की पत्नी संजू कुमारी (32) के रूप में की गई है। परिजनों के अनुसार, 18 अप्रैल की सुबह करीब 10:30 बजे संजू को प्रसव पीड़ा होने पर मधेपुरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाम करीब 6:30 बजे संजू ने एक स्वस्थ बच्ची को नॉर्मल डिलीवरी से जन्म दिया। इसके बाद नर्स ने बताया कि महिला के पेट में एक और बच्चा है, जो सामान्य तरीके से नहीं निकल सकता। महिला को रेफर करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन इसी बीच बताया गया कि सदर अस्पताल के डॉक्टर आ रहे हैं और यहीं ऑपरेशन किया जाएगा। परिजन गेट से वापस लौट आए। थोड़ी देर बाद डॉ. प्रवीण कुमार ने ऑपरेशन की जिम्मेदारी ली और संजू को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया।
ऑपरेशन के बाद महिला ने दूसरी बच्ची को जन्म दिया। लेकिन कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह जिंदगी की जंग हार गई। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के तुरंत बाद डॉक्टर पुर्जा लेकर से चले गए। घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर समय पर सही इलाज होता और डॉक्टर ऑपरेशन के बाद भी देखरेख में रहते, तो संजू की जान बच सकती थी। इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश ठाकुर ने मामले पर बयान देते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में इलाज में किसी तरह की लापरवाही सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद महिला लगभग चार घंटे तक सामान्य स्थिति में थी, लेकिन अचानक उसका ब्लड प्रेशर गिरने लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। इधर, परिजनों के हंगामा को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को समझा-बुझाकर शांत करवाया।