भागलपुर सिविल कोर्ट में गुरुवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला। जब 60 वर्षीय मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे अदालत पहुंचा। मरीज की पहचान बबरगंज थाना क्षेत्र के निवासी दिनेश चंद्र के रूप में हुई है, जो गंभीर सांस की समस्या से जूझ रहे हैं। दिनेश चंद्र लंबे समय से इस बीमारी का इलाज करवा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पटना में भी इलाज कराया था। लेकिन उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई। बावजूद इसके, उनके वकील ने अदालत में हाजिर होने की जरूरत बताई, जिससे मजबूर होकर वह ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे कोर्ट पहुंचे। परिवारिक विवाद के चलते दिनेश को अदालत में पेश होना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले दिनेश अपने बेटे की शादी कर रहे थे, जिसका उनके भाई विनोद ने विरोध किया था। विवाद बढ़ने पर हाथापाई हुई, जिसमें दिनेश की भाभी अर्चना को धक्का लगने से चोट आई और उनका हाथ टूट गया। इसके बाद विनोद ने दिनेश के खिलाफ केस दर्ज कराया, जिसके चलते उन्हें कोर्ट में पेश होना पड़ा। अदालत परिसर में ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ पहुंचे बुजुर्ग मरीज को देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। यह घटना न्यायिक प्रक्रिया में लोगों की मजबूरी और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की अनदेखी को उजागर करती है। दिनेश चंद्र ने अदालत से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें उनके भाई और भाभी ने झूठे मामले में फंसाया है। इस घटना ने न्यायिक प्रक्रिया और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बीच तालमेल को लेकर एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा किया है।