औरंगाबाद के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में दबंगई का गंभीर मामला सामने आया है, जहां एनएच-19 से सटे बभंडी गांव के पास स्थित एक होटल को बुलडोजर से गिरा दिया गया। आरोप है कि जमीन हथियाने में असफल होने पर दबंगों ने इस घटना को अंजाम दिया।
पीड़ित ललन सिंह, निवासी बभंडी, ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि घटना रात के करीब 1:25 बजे की है। ललन सिंह अपने बड़े बेटे योगेंद्र सिंह और छोटे बेटे गुड्डू सिंह के साथ अपने लाइन होटल पर बैठे थे। इसी दौरान रायपुरा गांव निवासी विजय सिंह अपने दो बेटों, किशन कुमार और अनुराग कुमार के साथ 8-10 अज्ञात लोगों को लेकर हथियारों से लैस होकर वहां पहुंचे।
हमलावरों ने जानलेवा हमला करते हुए फायरिंग शुरू कर दी, जिससे ललन सिंह और उनके बेटे जान बचाने के लिए होटल छोड़कर भाग निकले। हमलावरों ने होटल के गल्ले में रखा एक लाख रुपये नकद लूट लिए और वहां रखे फ्रिज, बर्तन व अन्य सामान को जेसीबी से तहस-नहस कर दिया। इतना ही नहीं, होटल के आगे की संरचना को भी गिरा दिया गया।
पीड़ित का आरोप है कि हमलावरों ने होटल की जमीन को हड़पने के इरादे से यह घटना को अंजाम दिया। ललन सिंह के अनुसार, यह जमीन उन्होंने 21 फरवरी 1984 को निबंधित केवाला नंबर-2078 के तहत खरीदी थी और इस पर उनका शांतिपूर्ण कब्जा है। इस जमीन का दाखिल-खारिज भी उनके नाम पर है।
पीड़ित का कहना है कि रायपुरा के विजय सिंह ने खाता संख्या-48 और प्लॉट संख्या-818 के जाली दस्तावेज के आधार पर जमीन की रसीद कटवा ली थी। इस मामले को लेकर ललन सिंह ने भूमि सुधार उप समाहर्ता के न्यायालय में वाद दायर कर रखा है, जो अभी लंबित है।
पीड़ित ने यह भी बताया कि होटल का एक हिस्सा एनएच-19 की फोर लेनिंग कार्य में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैंपस के अंदर स्थित है। दबंगों ने वहां मौजूद गार्डों को धमकाकर होटल के उस हिस्से को भी जेसीबी से तोड़ दिया। पीड़ित ने दावा किया कि कंपनी के कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों में यह घटना कैद हुई होगी और पुलिस को उसकी जांच करनी चाहिए।