महाराष्ट्र में इन दिनों मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहरा गया है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर राज्य सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा विधायक टी राजा सिंह इस मुद्दे पर मुखर हैं और वे कई मंचों पर औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग उठा रहे हैं।
रविवार को पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान टी राजा सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के हिंदू चाहते हैं कि औरंगजेब की कब्र हटाई जाए। उन्होंने कहा, “अब मेरे दो ही उद्देश्य हैं, एक भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना और दूसरा औरंगजेब की कब्र हटाना।”
विश्व हिंदू परिषद के महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्र मंत्री गोविंद शेंदे ने भी इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन की बात कही। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को 40 दिनों तक तड़पाकर मारा था, और ऐसे निर्दयी शासक की पूजा करना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गुलामी के प्रतीक को हटाया जाना चाहिए और इस मांग को लेकर महाराष्ट्र में व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा।
इस पूरे विवाद पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है और भाजपा सरकार इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए हिंदू-मुस्लिम विवाद पैदा कर रही है। कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि विहिप और बजरंग दल महाराष्ट्र की शांति भंग कर राज्य के विकास को रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब औरंगजेब 27 साल तक महाराष्ट्र में रहा, तब कुछ नहीं हुआ, अब उनकी कब्र हटाने से कुछ हासिल नहीं होगा।