महाकुंभ के समापन के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में सफाई कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं, जिससे उनकी मेहनत और योगदान को सम्मानित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ में सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों को 10,000 रुपये का अतिरिक्त बोनस मिलेगा, जो उनकी मेहनत का सही मूल्यांकन है। इसके अलावा, उन्होंने न्यूनतम वेतन को बढ़ाकर 16,000 रुपये प्रति माह करने का भी ऐलान किया, जो अप्रैल से लागू होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि महाकुंभ के दौरान कार्यरत सभी सफाई और स्वास्थ्य कर्मियों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। यह कदम उनकी सेहत और कल्याण के लिए उठाया गया है, जिससे वे अपनी मेहनत के दौरान किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें। इसके अतिरिक्त, अप्रैल से सफाई कर्मचारियों को सीधे उनके बैंक खातों में वेतन भेजा जाएगा, और उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत जन आरोग्य बीमा का लाभ भी मिलेगा, जिससे उनका स्वास्थ्य बीमा सुनिश्चित होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले सफाई कर्मचारियों को महज 8,000 से 11,000 रुपये तक वेतन मिलता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 16,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। यह निर्णय उनके कार्य की महत्ता को समझते हुए लिया गया है। अस्थायी स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी इसी तरह से बैंक हस्तांतरण के जरिए वेतन मिलेगा और उन्हें स्वास्थ्य कवरेज के लिए आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के दौरान आयोजित सफाई अभियान को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है, जो अब तक का सबसे बड़ा समन्वयित सफाई अभियान है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, और प्रदेश के पुलिस प्रमुख प्रशांत कुमार समेत राज्य के सभी मंत्रियों और अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर भोजन किया और उन्हें इस ऐतिहासिक योगदान के लिए सम्मानित किया।