कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ अपनी मुस्कुराती हुई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिससे राजनीतिक हलकों में गर्मा-गर्मी बढ़ गई है। यह तस्वीर भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते पर हुई बातचीत के बाद की है, जिसमें शशि थरूर और पीयूष गोयल दोनों एक साथ दिख रहे हैं। यह तस्वीर इसलिए खास है क्योंकि लंबे समय से रुकी हुई एफटीए (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) वार्ता फिर से शुरू होने पर चर्चा हुई थी, जो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। इस फोटो को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि शशि थरूर का यह कदम कांग्रेस और उनकी पार्टी के बीच अंदरूनी मतभेदों की ओर इशारा कर रहा है। इस पोस्ट ने कांग्रेस के भीतर न केवल उनके रुख को लेकर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी चिंता बढ़ा दी है कि क्या थरूर ने पार्टी नेतृत्व से अलग रास्ता अपनाने का संकेत दिया है। हाल ही में शशि थरूर ने केरल के विकास की तारीफ की थी, खासतौर पर राज्य के स्टार्टअप क्षेत्र में हुई प्रगति को उजागर किया था। यह बयान कांग्रेस के भीतर खासा विवाद का कारण बना क्योंकि थरूर की तारीफ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (सीपीएम) सरकार की नीतियों को लेकर थी। कांग्रेस के अंदर कुछ नेताओं ने इसे पार्टी लाइन से बाहर जाकर सीपीएम की सराहना करने के रूप में देखा, जिसके कारण थरूर को आलोचना का सामना करना पड़ा। हालांकि, थरूर ने बाद में यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल केरल में स्टार्टअप और नवाचार के क्षेत्र में हुई प्रगति को उजागर करना था, न कि सीपीएम की नीतियों की सराहना करना। फिर भी, इस विवाद ने उनके और पार्टी के बीच खटास को बढ़ा दिया है, और अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या शशि थरूर ने कांग्रेस से मोहभंग कर लिया है. शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की थी, जब उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का हवाला देते हुए कहा था कि ट्रंप ने मोदी को एक बेहतरीन नेगोशिएटर बताया है। इस बयान को लेकर कांग्रेस के भीतर थरूर पर सवाल उठाए गए और उनकी स्थिति पर संशय व्यक्त किया गया। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि शशि थरूर का यह बयान पार्टी के साथ उनके रिश्तों को और जटिल बना सकता है, खासकर तब जब वह पार्टी के अंदर ही इस तरह के बयान दे रहे हैं। कुछ कांग्रेस नेता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या थरूर बीजेपी या किसी और पार्टी में जाने का विचार कर रहे हैं, और क्या उनका यह रुख कांग्रेस के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। कांग्रेस में थरूर के खिलाफ बढ़ती आलोचनाओं के बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि शशि थरूर जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। कुछ राजनीतिक पंडितों का मानना है कि शशि थरूर सीपीएम में शामिल हो सकते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। शशि थरूर के बयान और उनकी गतिविधियों को देखते हुए कांग्रेस नेताओं के मन में यह सवाल है कि क्या थरूर पार्टी से बाहर जाने का फैसला कर सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि थरूर का यह कदम कांग्रेस के लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है, खासकर तब जब पार्टी अपने भीतर आंतरिक मतभेदों से जूझ रही हो। उनके पीयूष गोयल के साथ साझा तस्वीर और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ से यह सवाल और भी मजबूत हो गया है कि क्या शशि थरूर का राजनीतिक भविष्य कांग्रेस में रहकर ही होगा। शशि थरूर के हालिया बयान और उनके द्वारा किए गए कदम कांग्रेस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गए हैं। उनके सीपीएम सरकार के विकास कार्यों की तारीफ और पीएम मोदी की सराहना के बाद कांग्रेस के भीतर उनके खिलाफ एक नई लहर शुरू हो गई है। पार्टी में बढ़ती असहमति और थरूर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या वह कांग्रेस से बाहर जाने का इरादा रखते हैं। क्या शशि थरूर का यह कदम कांग्रेस के लिए एक खतरे का संकेत है? राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज हो गई हैं कि शशि थरूर अगले कुछ महीनों में पार्टी से बाहर हो सकते हैं और एक नए राजनीतिक मोर्चे की शुरुआत कर सकते हैं।