दिल्ली विधानसभा चुनाव के माहौल में राजनीतिक दलों के बीच वार-पलटवार जारी है, जहां आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में पुलिस और चुनाव आयोग ने कार्रवाई की। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के लोगों के सामने दो विकल्प पेश किए, जिसमें आम आदमी पार्टी को पेशेवर और साफ-सुथरे नेता मिलते हैं, जबकि भाजपा के नेताओं को उन्होंने गाली-गलौज और गुंडागर्दी से जोड़ा। वहीं, संजय सिंह ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए कि वह भाजपा के गुंडों को संरक्षण दे रहा है।
आप नेता मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में भाजपा के गुंडे खुलेआम हिंसा फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और चुनाव आयोग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। मुख्यमंत्री आतिशी ने भी भाजपा पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप लगाए, और कहा कि भाजपा के लोग झुग्गी बस्तियों में जाकर लोगों को धमका रहे थे।
भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने आप नेताओं के आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आतिशी पांच सालों से अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुछ नहीं कर पाई और अब घबराकर बेतुकी बातें कर रही हैं।
दिल्ली में मतदान को बढ़ावा देने के लिए चैंबर ऑफ ट्रेड्स एंड इंडस्ट्री (CTI) ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को मतदान करने वाले ग्राहकों को सैलून, पार्लर, दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल और मॉल में छूट दी जाएगी। सीटीआई के अध्यक्ष ब्रिजेश गोयल ने बताया कि इसका उद्देश्य मतदान को बढ़ावा देना है।
दिल्ली पुलिस ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के तहत 25 एफआईआर दर्ज की हैं और 340 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 1835 लीटर शराब और कई अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं।
राजनीतिक बयानबाजी और चुनावी हलचल के बीच अब दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान केवल कुछ घंटों दूर है, और दिल्लीवाले अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए तैयार हैं।