
भारत की युवा बैडमिंटन खिलाड़ी अनमोल अरब ने देहरादून में खेले जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में अपने बेहतरीन खेल से सबको चौंका दिया और महिला एकल वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया। अनमोल ने महिला एकल फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त अनुपमा उपाध्याय को सीधे गेम्स में हराकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की।
अनमोल का यह प्रदर्शन उनके पिछले शानदार प्रदर्शन का ही हिस्सा है। पिछले साल, उन्होंने गुवाहाटी मास्टर्स सुपर 100 टूर्नामेंट में उपविजेता बनने का गौरव प्राप्त किया था। इसके अलावा, अनमोल ने बेल्जियम और पोलिश इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी खिताब जीतकर अपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
इस बार, राष्ट्रीय खेलों के महिला एकल फाइनल में उनका मुकाबला अनुपमा उपाध्याय से था, जो वर्तमान में दुनिया की 43वीं नंबर की खिलाड़ी हैं। अनमोल ने अपने जादुई प्रदर्शन से अनुपमा को 21-16, 22-20 से हराया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही अनमोल ने यह साबित कर दिया कि वह भारतीय बैडमिंटन के अगले सितारे हैं और आने वाले समय में और भी बड़ी सफलताएं हासिल करेंगी।
अनमोल की यह जीत भारतीय बैडमिंटन के लिए बहुत मायने रखती है, क्योंकि उन्होंने एशिया टीम चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा बनने का भी गौरव प्राप्त किया था। उनकी इस सफलता ने उन्हें भारतीय बैडमिंटन टीम का अभिन्न सदस्य बना दिया है, जो आने वाले समय में बड़ी उपलब्धियों की ओर अग्रसर हो सकता है।
साथ ही, राष्ट्रीय खेलों में बैडमिंटन के अन्य मुकाबलों में भी कई दिलचस्प परिणाम सामने आए। मिश्रित युगल फाइनल में सतीश कुमार करुणाकरण और आद्या वरियाथ ने दीप रामभिया और अक्षय वारंग को 21-11, 20-22, 21-8 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इसी तरह, पुरुष युगल में नितिन एचवी और प्रकाश राज एस ने एकतरफा फाइनल में वैभव और आशिथ सूर्या को 21-16, 21-14 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
यह सारी घटनाएं साबित करती हैं कि भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों का भविष्य उज्जवल है और वे अपने देश को विश्व स्तर पर गौरव दिलाने के लिए तैयार हैं। अनमोल अरब की स्वर्ण पदक जीतने की इस उपलब्धि से भारतीय बैडमिंटन में एक नई उम्मीद की किरण जगी है, जो आगे आने वाले टूर्नामेंट्स में और भी बड़ी सफलता की ओर अग्रसर होगी।
अनमोल के स्वर्ण पदक के साथ राष्ट्रीय खेलों में बैडमिंटन की एक और यादगार यात्रा पूरी हुई है, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी बेहतरीन कोशिशों से एक नई मिसाल कायम की है।