
अनुराग कश्यप की फिल्म बैड गर्ल का टीजर हाल ही में रिलीज हुआ, और इसके साथ ही एक नया विवाद उठ खड़ा हुआ है. फिल्म निर्माता मोहन जी ने फिल्म पर ब्राह्मण समुदाय को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगाया है. इस पर अभिनेत्री शांति प्रिया ने कश्यप का बचाव करते हुए अपने विचार साझा किए हैं. तो, आखिर क्या है यह विवाद और क्यों उठे हैं आरोप?
फिल्म की कहानी:
टीजर में दिखाया गया है कि फिल्म की कहानी एक ब्राह्मण लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कॉलेज में लड़कों से दोस्ती करने और डेट करने की इच्छा रखती है. हालांकि, जब वह किसी को डेट करती है, तो उसे अपमानित किया जाता है. इससे परेशान होकर वह घर छोड़कर स्वतंत्र रूप से अपनी जिंदगी जीने का निर्णय लेती है. फिल्म में ब्राह्मण लड़की के निजी जीवन को दर्शाया गया है, जिसे मोहन जी ने अपत्ति जनक बताया है.
विवाद की शुरुआत:
टीजर के रिलीज होते ही फिल्म निर्माता जी मोहन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि अनुराग कश्यप और वेट्री मारन से कुछ और उम्मीद की ही नहीं जा सकती. उन्होंने फिल्म की आलोचना करते हुए इसे ब्राह्मण समुदाय की लड़की की जिंदगी को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि इस फिल्म में ब्राह्मण माता-पिता और परिवार को नकारात्मक तरीके से दिखाया गया है, जो कोई नया चलन नहीं है.
अभिनेत्री शांति प्रिया का बचाव:
इस विवाद के बीच, अभिनेत्री शांति प्रिया ने कश्यप का बचाव करते हुए अपनी राय जाहिर की. उन्होंने मोहन जी का पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि सिनेमा हमेशा समाज की जटिलताओं और पहचान के पहलुओं को दर्शाने का एक माध्यम होता है. शांति ने कहा कि ऐसी फिल्मों का उद्देश्य केवल एक समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि सभी समुदायों में चल रही सामाजिक धारा को चुनौती देना है. उन्होंने इसे हमले के बजाय आत्मनिरीक्षण और समझ के अवसर के रूप में देखा.
फिल्म का फेस्टिवल में प्रदर्शन:
बैड गर्ल फिल्म जल्द ही 54वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल रॉटरडैम में दिखाई जाएगी, जहाँ यह फिल्म टाइगर कॉम्पटिशन में हिस्सा लेने जा रही है. हालांकि, फिल्म की रिलीज डेट अभी तक तय नहीं हुई है, लेकिन दर्शकों का एक वर्ग इसका इंतजार कर रहा है.
इस विवाद ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि सिनेमा समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा का मंच बनता है, और कभी-कभी यह चर्चा विवादों के रूप में सामने आती है.