केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि CBSE की 2025 की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं. आपको बता दें कि इस बार बोर्ड ने छात्रों के लिए Automated Permanent Academic Account Registration (APAAR) ID बनवाना अनिवार्य कर दिया है. यह नई पहल छात्रों के अकादमिक रिकॉर्ड को एकीकृत और डिजिटल रूप से संरक्षित करने के लिए की गई है.
क्या है APAAR ID?
APAAR ID एक 12-अंकों का यूनिक आईडी नंबर है, जो हर छात्र के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक डेटा को डिजिटली सेव करता है. इसमें छात्र के शिक्षा से जुड़े विवरण, खेल उपलब्धियां, स्कॉलरशिप, कोर्स डिटेल्स और सर्टिफिकेट्स शामिल होते हैं. यह ID भारत सरकार की ‘वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी’ योजना के तहत लागू की गई है.
कैसे बनती है APAAR ID?
1.सहमति पत्र: स्कूल अभिभावकों को एक फॉर्म देंगे, जिसे साइन करके वापस जमा करना होगा.
2.आधार डिटेल्स: बच्चे और पैरेंट्स का आधार कार्ड भी साथ में देना जरूरी होगा.
3.स्कूल की प्रक्रिया: स्कूल UDISE पोर्टल से ID बनाएंगे और इसे डिजिलॉकर से लिंक कर देंगे.
4.जानकारी: ID बनने के बाद इसका डिटेल अभिभावकों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाएगा.

APAAR ID के फायदे
-छात्रों के सभी अकादमिक रिकॉर्ड एक स्थान पर उपलब्ध होंगे.
-स्कूल ट्रांसफर, स्कॉलरशिप आवेदन और खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने की प्रक्रिया आसान होगी.
-डिजिटल रिकॉर्ड के जरिए छात्रों की शैक्षिक और अन्य उपलब्धियों को ट्रैक किया जा सकेगा.
बता दें कि CBSE ने APAAR ID की निगरानी और अपडेट के लिए APAAR ID मॉनिटरिंग (AIM) पोर्टल भी लॉन्च किया है. यह पोर्टल छात्रों के डेटा को समय-समय पर अपडेट करने और सटीकता सुनिश्चित करने में मदद करेगा. अभिभावकों और स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे बोर्ड परीक्षा से पहले छात्रों की APAAR ID पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि परीक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आए.