20 जनवरी की रात एसटीएफ मेरठ ने एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ में मुकीम उर्फ काला गैंग के चार बदमाशों को मार गिराया। इन बदमाशों में एक लाख के इनामी अरशद, हरियाणा के करनाल के मनवीर, संजीव और सोनीपत के रोहट के मंजीत शामिल थे। इस मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार वीरगति को प्राप्त हुए। यह मुठभेड़ उदपुर गांव के पास एक ईंट भट्ठे के इलाके में हुई, जहां से पुलिस ने एक ब्रेजा कार बरामद की। यह कार यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के कई इलाकों में घुमाई जा रही थी और यहां तक कि इन राज्यों में इसके विभिन्न चालान भी हुए थे, जिनका भुगतान अभी तक नहीं किया गया था।
पुलिस की जांच में यह सामने आया कि यह कार पानीपत के इकराम के नाम पर रजिस्टर्ड है, और इसे बदमाशों द्वारा विभिन्न राज्यों में घुमाया जा रहा था। पुलिस और परिवहन विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ कि कार पर दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में कई चालान किए गए थे। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली पुलिस ने 19 अप्रैल 2024 को शाम 5:24 बजे दिल्ली में नो पार्किंग का चालान किया था, जो कि अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा, 9 अगस्त 2024 को हरियाणा के जीटी रोड पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर चालान हुआ था, जिसे भी अब तक नहीं भरा गया है। इसी तरह, अन्य राज्यों में भी कार के खिलाफ चालान किए गए थे, जैसे कि 14 अगस्त 2021 को दिल्ली में वंदे मातरम मार्ग पर, और 24 जनवरी 2023 को हिमाचल प्रदेश के बुंटर शहर में।
पुलिस अब यह जांच रही है कि क्या इन राज्यों में बदमाशों के अलावा कोई और लोग कार में घूमें थे। इसके लिए दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ की पुलिस के साथ मिलकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है, और पुलिस का मानना है कि यह बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इन विभिन्न राज्यों में घूम रहे थे। फिलहाल, पुलिस ने गिरोह के शरण देने वालों पर शिकंजा कसने का फैसला किया है और इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
इस घटना के बाद एसटीएफ ने मुकीम काला, मुस्तफा उर्फ कग्गा और अन्य गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश भी तेज कर दी है। पुलिस की यह योजना है कि हरियाणा और अन्य राज्यों की पुलिस के सहयोग से इन बदमाशों की पूरी तरह से गिरफ्तारी की जाए। पुलिस का यह भी कहना है कि जिन आरोपियों को पहले पकड़ा गया था, वे भी गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं और भविष्य में अपराधों को अंजाम देने की फिराक में हो सकते हैं।
इस पूरी कार्रवाई के दौरान, शहीद एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सिलसिला जारी है। शनिवार को राष्ट्रीय लोकदल के प्रतिनिधि मंडल ने शहीद के परिवार से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। जिले के अन्य नेता और स्थानीय लोग भी लगातार शहीद के परिवार के संपर्क में हैं और उन्हें सांत्वना देने के लिए उनके घर जा रहे हैं। एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार के बलिदान ने सभी को प्रेरित किया है, और पुलिस अब उनके प्रयासों को निरंतर जारी रखते हुए गिरोह पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।