आज बिहार की चार विधानसभा सीटों तरारी, बेलागंज,इमामगंज, और रामगढ़ – पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। लेकिन इसी बीच कैमूर जिले के रामगढ़ सीट पर एक बड़ी खबर सामने आई है, जहाँ ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला। रामगढ़ के दुर्गावती प्रखंड के खड्सरा गांव में वोट बहिष्कार की खबर है। बूथ संख्या 57 और 58 पर अब तक किसी भी मतदाता ने मतदान नहीं किया है। दरअसल, ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव में रेलवे लाइन पर अंडर पास या ओवर ब्रिज बनाया जाए। उनका कहना है कि हर चुनाव में
जनप्रतिनिधियों ने पुल बनाने का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि हर दिन उन्हें पांच रेलवे लाइनें क्रॉस करनी पड़ती हैं, जो कि बेहद खतरनाक है। इसी समस्या को लेकर खड्सरा के लोगों ने इस बार वोट न देने का फैसला किया है। बूथ संख्या 57 के पीठासीन पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि सुबह से कोई भी वोट डालने नहीं आया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे मतदान नहीं करेंगे। चुनाव आयोग ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों से निकलें और मतदान करें। बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इन उपचुनावों का महत्व और भी बढ़ गया है। चार सीटों के इन उपचुनावों में कुल 12 लाख से अधिक मतदाता 38 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। बता दें कि इन चुनावों में कई दिग्गज नेताओं ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा रखी है। रामगढ़ में राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र चुनावी मैदान में हैं, तो इमामगंज में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू प्रत्याशी हैं। वहीं, नक्सल प्रभावित इमामगंज में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं, ताकि मतदाता निर्भय होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। अब देखना होगा कि इस वोट बहिष्कार का क्या असर पड़ता है, और प्रशासन इसे कैसे संभालता है।