झारखंड सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत लगभग 29,000 शिक्षकों को नए टैब उपलब्ध कराने की घोषणा की है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत इन टैब की आपूर्ति की जाएगी। खास बात यह है कि इस बार दिए जाने वाले टैब में न तो मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री का कोई वीडियो होगा और न ही उनका कोई फोटो। टैब पर केवल झारखंड सरकार का लोगो होगा, जो टैब के ऊपर अंकित रहेगा। पिछली सरकार के दौरान, शिक्षकों को दिए गए टैब में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास का इन-बिल्ट वीडियो होता था। नई सरकार के गठन के बाद इन टैब को लेकर विवाद पैदा हुआ। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने उस समय टैब के उपयोग पर रोक लगाने की बात कही थी, हालांकि कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया था। टैब से वीडियो हटाने के प्रयास भी असफल रहे क्योंकि वीडियो इन-बिल्ट था। वर्तमान में इन टैब में से अधिकांश खराब हो चुके हैं। इस बार, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने टैब की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। सिबिन लर्निंग को टैब की आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। टैब की आपूर्ति जिला स्तर पर की जाएगी और इस माह के अंत तक या फरवरी के पहले सप्ताह में शिक्षकों को टैब वितरित किए जाने की संभावना है। इसके लिए एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है। शिक्षकों को दिए जाने वाले इन टैब का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में उपस्थिति बनाने, विभाग को स्कूलों से संबंधित रिपोर्ट भेजने और डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहित करना है। टैब में ई-विद्यावाहिनी और जे गुरुजी ऐप प्री-लोडेड होंगे, जो इन कार्यों को आसान बनाएंगे। झारखंड सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस बार टैब में किसी भी प्रकार की राजनीतिक पहचान नहीं होगी ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो। टैब केवल शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों के लिए उपयोगी होंगे।