बिहार के पटना जिले के नौरंगा गांव में बुधवार को हुई गोलीबारी ने एक बार फिर से पूर्व विधायक अनंत सिंह को सुर्खियों में ला दिया है. ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने गांव में कैंप कर दिया है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस ने मौके से पिस्टल और कट्टा बरामद किया है, और इस मामले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूछताछ जारी है, और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
घटना के अनुसार, अनंत सिंह और उनके समर्थक, मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा के बेटे सोनू और मोनू के घर पहुंचे थे. अनंत सिंह का कहना है कि सोनू और मोनू ने कुछ ग्रामीणों को धमकाया था और उनके घर पर ताला लगाकर रंगदारी मांगी थी. जब शिकायतों का समाधान नहीं हुआ, तो अनंत सिंह इन दोनों को समझाने पहुंचे, लेकिन वे गोलीबारी करने लगे. इस गोलीबारी में अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लगी, जबकि सोनू और मोनू मौके से फरार हो गए.
बता दें, अनंत सिंह ने आरोप लगाया है कि सोनू और मोनू के आतंक से गांववाले परेशान हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि लोग भयभीत हैं और उनकी संपत्ति लूटी जा रही है. वहीं, दूसरी ओर, सोनू और मोनू के परिवार ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि पूर्व विधायक अनंत सिंह ने चुनावी रंजिश के चलते उनके परिवार पर गोलीबारी की। सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने कहा कि वे पटना हाईकोर्ट से काम कर लौट रहे थे, और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों हुआ. प्रमोद ने बताया कि उनके घर पर गोलीबारी की गई, जब उनकी पत्नी और पोता घर में थे. उनकी पत्नी, जो वर्तमान में मुखिया हैं, ने बताया कि अचानक गोलीबारी शुरू हो गई, और किसी तरह से वे जान बचाकर भागे.
मुखिया कुमारी उर्मिला सिन्हा ने भी इस गोलीबारी का आरोप अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर लगाया, और इसे चुनावी रंजिश से जोड़ा है. इस घटना ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है, और पुलिस स्थिति की जांच कर रही है.