भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मकर संक्रांति को अपना पसंदीदा पर्व बताया. उन्होंने कहा कि इस दिन पूरा गुजरात छतों पर होता है, जहां लोग उत्साह के साथ पतंगबाजी करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के 150वें स्थापना दिवस के समारोह में भाग लिया और ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने IMD के वैज्ञानिकों और अधिकारियों को बधाई दी, और मौसम पूर्वानुमान में हो रही प्रगति की सराहना की. उन्होंने कहा कि मौसम की सटीक जानकारी कृषि, आपदा प्रबंधन और अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी ने मकर संक्रांति के महत्व पर बात करते हुए कहा, “आज के दिन गुजरात में हर कोई छत पर होता है, बच्चे, बड़े सभी पतंगबाजी का आनंद लेते हैं. साथ ही मकर संक्रांति के महत्व को बताते हुए कहा कि आज सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करते हैं. और सूर्य धीरे-धीरे उत्तर की ओर स्थानांतरित होता है. और इसी लिए इस पर्व को हमारे यहां भारतीय परंपरा में “उत्तरायण” भी कहा जाता है. आज से ही खेती-बाड़ी के लिए तैयारियां शुरू हो जाती हैं और इसलिए ये दिन भारतीय परंपरा में इतना अहम माना गया है. मैं इस अवसर पर सभी देशवासियों को, मकर संक्रांति के साथ जुड़े अनेक विद् पर्वों की भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि परंपराओं और खुशियों से भरा अवसर है.
उन्होंने IMD की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आधुनिक तकनीक के जरिए अब मौसम की भविष्यवाणी अधिक सटीक हो रही है, जिससे आम जनता और किसानों को बड़ी मदद मिल रही है. उन्होंने भविष्य में और बेहतर तकनीकी नवाचारों पर जोर दिया ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटा जा सके. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि IMD आने वाले वर्षों में उपग्रह आधारित पूर्वानुमान प्रणाली को और उन्नत करेगा, जिससे मौसम से जुड़ी जानकारियां और भी सटीक हो सकेंगी. गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर भारत के कई राज्यों में मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. पतंगबाजी, तिल-गुड़ के पकवान और शुभकामनाओं के आदान-प्रदान से पूरे देश में उत्सव का माहौल है.