प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने की जिम्मेदारी अनुभवी और तेजतर्रार आईएएस अधिकारी विजय आनंद को सौंपी गई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण दायित्व दिया है. विजय आनंद इससे पहले भी कई अहम प्रशासनिक पदों पर रहते हुए अपनी कार्यशैली की मिसाल पेश कर चुके हैं.
इतनी बड़ी जिम्मेदारी आखिर इसी ऑफिसर पे क्यूँ ? आइए जानते है कि कौन है IAS विजय आनंद,
आईएएस विजय आनंद उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ अधिकारी हैं, जो अपनी तेज निर्णय लेने की क्षमता और अनुशासनप्रियता के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने देश की प्रतिष्ठित यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) परीक्षा में सफलता प्राप्त कर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में कदम रखा. प्रशासनिक कार्यों में कुशलता के कारण उन्हें कई महत्वपूर्ण जिलों में जिम्मेदारी दी गई.
आईएएस विजय आनंद कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, जिनमें वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, और प्रयागराज जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं. वह प्रयागराज के जिलाधिकारी (DM) के रूप में भी कार्य कर चुके हैं, जहां उन्होंने प्रशासनिक सुधारों और विकास परियोजनाओं में बेहतरीन योगदान दिया. उनकी कार्यशैली की वजह से उन्हें महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
महाकुंभ 2025 को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए विजय आनंद को महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है. चलिए आपको बताते है कि उनकी भूमिका में कौन-कौन से कार्य शामिल हैं –
सुरक्षा और यातायात प्रबंधन
साफ-सफाई और स्वच्छता अभियान
अस्थायी आवास और भोजन की व्यवस्था
संतों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का प्रबंधन
विजय आनंद के नेतृत्व में प्रशासन ने पहले ही महाकुंभ की तैयारियां शुरू कर दी हैं. वे हर पहलू पर गहन समीक्षा कर रहे हैं, ताकि दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को ऐतिहासिक सफलता मिल सके.
अब सभी की नजरें महाकुंभ 2025 पर हैं, जहां विजय आनंद की कुशल प्रशासनिक रणनीति की परीक्षा होगी.