असम के दीमा हसाओ जिले के उमरांगसो क्षेत्र में स्थित एक 300 फीट गहरी कोयला खदान में 6 जनवरी 2025 को अचानक पानी भर जाने से नौ मजदूर फंस गए थे. बचाव दलों ने 8 जनवरी को एक मजदूर का शव बरामद किया है, जबकि अन्य आठ मजदूरों की तलाश जारी है.मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह खदान अवैध मालूम पड़ता है. पुलिस ने मामले की जांच के लिए खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21(1) के तहत एफआईआर दर्ज की है और पुनीश नुनिसा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.आपको बता दें कि बचाव अभियान में भारतीय सेना, असम राइफल्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नौसेना की टीमें शामिल हैं. खदान में भरे पानी को निकालने के लिए डी-वाटरिंग पंप मंगाए गए हैं, और गोताखोरों की सहायता से फंसे हुए मजदूरों की तलाश की जा रही है. खदान में फंसे मजदूरों में नेपाल के गंगा बहादुर श्रेठ, असम के हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, कुशी मोहन राय, लिजन मागर, सरत गोयरी और पश्चिम बंगाल के संजीत सरकार शामिल हैं. बचाव कार्य में तेज पानी की धाराओं और मलबे के कारण कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन सभी एजेंसियां मिलकर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयासरत हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने केंद्रीय कोयला मंत्री किशन रेड्डी से भी बात की है, जिन्होंने कोल इंडिया मुख्यालय को निर्देश जारी किए हैं कि इस मिशन में असम सरकार को पूर्ण सहयोग दिया जाए. घटना के बाद से स्थानीय समुदाय में शोक और चिंता का माहौल है. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे