हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ‘न्यू वर्ल्ड ऑर्डर’ का नक्शा वायरल हो रहा है, जिसमें पूरी दुनिया को केवल 15 देशों में विभाजित दिखाया गया है. इस नक्शे में अफगानिस्तान और पाकिस्तान सहित कई पड़ोसी देशों को मिलाकर ‘अखंड भारत’ के रूप में प्रस्तुत किया गया है. इस अवधारणा ने विभिन्न देशों में बहस और विवाद को जन्म दिया है.’अखंड भारत’ का विचार एक ऐसे भारत की कल्पना करता है, जिसमें वर्तमान भारत के साथ उसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पड़ोसी क्षेत्र भी शामिल हों. जिसमे अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, तिब्बत और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं.बता दें कि मई 2023 में भारत की नई संसद भवन में ‘अखंड भारत’ का एक भित्ति चित्र स्थापित किया गया, जिसमें इन सभी क्षेत्रों को भारत के हिस्से के रूप में दर्शाया गया. इस पर नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों ने आपत्ति जताई. नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और बाबूराम भट्टराई ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जबकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे भारत की विस्तारवादी सोच का प्रतीक बताया. अब, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ‘न्यू वर्ल्ड ऑर्डर’ के इस नक्शे ने इन विवादों को और बढ़ा दिया है. नक्शे में दुनिया को 15 बड़े देशों में विभाजित दिखाया गया है, जिसमें ‘अखंड भारत’ भी शामिल है. इस नक्शे के समर्थक इसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक एकता का प्रतीक मानते हैं, जबकि विरोधी इसे वर्तमान देशों की संप्रभुता और अस्तित्व के लिए खतरा मानते हैं. ‘न्यू वर्ल्ड ऑर्डर’ का यह नक्शा और ‘अखंड भारत’ की अवधारणा विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक और सांस्कृतिक बहस का केंद्र बन गए हैं. यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भविष्य में इस पर किस प्रकार की प्रतिक्रियाएं और नीतिगत निर्णय सामने आते हैं.