गुजरात के पोरबंदर में हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में कानपुर के रहने वाले कैप्टन सुधीर यादव वीर गति को प्राप्त हो गए. बता दें कि जब उनका पार्थिव शरीर कानपुर स्थित उनके श्यामनगर आवास पर पहुंचा, तब उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. कैप्टन सुधीर की पत्नी, आवृत्ति नैथानी, जो पटना में न्यायिक जज के पद पर कार्यरत हैं, ने अपने पति को भावुक विदाई दी. उन्होंने सुधीर के पार्थिव शरीर के पास एक पत्र रखा और कहा, “सुधीर, हमें तुम पर गर्व है, अपनी नौकरी के लिए जो भी किया तुमने वो सराहनीय है, तुम्हारे बिना हमारी जिंदगी अधूरी हो गई है, ये खालीपन कभी भर नहीं सकेगा..तुम हमें हमेशा के लिए रुला गए, हम ठीक हैं, लेकिन जहां भी हो, अपना ख्याल रखना.” बता दें कि सुधीर और आवृत्ति की शादी मात्र 10 महीने पहले हुई थी. उत्तराखंड कि रहने वाली आवृत्ति का रो-रोकर बुरा हाल था. वह शनिवार को ही सुधीर से पोरबंदर में मिली थीं और वहीं से पटना लौटी थीं. अगले ही दिन, रविवार को, उन्हें अपने पति के शहीद होने की खबर मिली. कैप्टन सुधीर यादव के शहीद होने की खबर से कानपुर के श्यामनगर स्थित उनके घर में शोक की लहर दौड़ गई. उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे. शहीद कैप्टन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बिठूर के गंगा घाट पर किया जाएगा. उनकी वीरता और देशभक्ति को सलाम करते हुए, पूरा क्षेत्र शोक में डूबा है. सुधीर की शहादत ने एक ओर जहां देश को गर्व महसूस कराया है, वहीं उनके परिवार और प्रियजनों के लिए उनका जाना बहुत बड़ी क्षति है. इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि हमारे सैनिक अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटते. कैप्टन सुधीर यादव की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा, और उनकी पत्नी द्वारा लिखा गया पत्र उनकी अमर प्रेम कहानी और देशभक्ति का प्रतीक बना रहेगा.