‘एक देश, एक चुनाव’ पर JPC गठन और अमित शाह की टिप्पणी पर आज भी विवाद जारी हैं संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त होने वाला है, लेकिन अभी भी कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे चर्चा में हैं। सरकार ने ‘एक देश, एक चुनाव’ योजना पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन का औपचारिक प्रस्ताव पेश करने की तैयारी की है। इस समिति में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे, जिनसे उम्मीद है कि वे 2025 के बजट सत्र के अंतिम सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। सरकार आज ‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक पर JPC गठन का प्रस्ताव पेश करेगी। इस समिति में भाजपा के अनुराग ठाकुर और कांग्रेस की प्रियंका गांधी जैसे प्रमुख नेताओं के साथ राज्यसभा के 10 सदस्य भी शामिल होंगे। इस पहल का उद्देश्य देश में एक साथ चुनाव कराने की प्रक्रिया पर चर्चा और अनुशंसा करना है।वहीं अंबेडकर पर टिप्पणी से विवाद आज भी ऊफान पर दिखा गृह मंत्री अमित शाह की डॉ. बीआर अंबेडकर पर की गई टिप्पणी पर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस ने इसे लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गृह मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। डॉ. अंबेडकर के पोते और वीबीए प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि शाह की टिप्पणी भाजपा की ‘पुरानी मानसिकता’ को दर्शाती है। कांग्रेस ने शाह से माफी की मांग की है, जबकि भाजपा का कहना है कि उनके बयान को गलत समझा जा रहा है संसद सत्र के आखिरी दो दिन ‘एक देश, एक चुनाव’ योजना और अमित शाह की टिप्पणी पर हावी रहने की उम्मीद है। दोनों मुद्दे राजनीतिक गलियारों में गरमागरम बहस का केंद्र बने हुए हैं। संसद सत्र का समापन इन विवादों और चर्चाओं के बीच होगा। जहां सरकार अपने विधेयकों को आगे बढ़ाने में जुटी है, वहीं विपक्ष सरकार के रुख और गृह मंत्री की टिप्पणियों पर जवाब मांग रहा है।